DIABETES/High Blood Sugar Problem
मधुमेह (डायबिटीज) को जानिए:
डायबिटीज एक बीमारी है जिसमें शरीर में शुगर (चीनी) की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। इससे शरीर को दिक्कत होती है और इसके लिए हमेशा ध्यान रखने की ज़रूरत होती है। हम आपको डायबिटीज को समझने में मदद करना चाहते हैं, ताकि आप इसे बेहतर तरीके से संभाल सकें।
डायबिटीज के प्रकार
टाइप 1 डायबिटीज:
इस बीमारी में शरीर की मशीन (इम्यून सिस्टम) गलती से अग्न्याशय (पैंक्रियाज) में इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। यह बीमारी अक्सर बच्चों या युवा लोगों में होती है, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकती है।टाइप 2 डायबिटीज:
यह सबसे ज्यादा होने वाला डायबिटीज है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। यह खासतौर पर गलत खान-पान, ज्यादा वजन और कम शारीरिक मेहनत से होता है।गर्भावधि डायबिटीज (Gestational Diabetes):
यह गर्भावस्था के समय होता है। बच्चे के जन्म के बाद यह ठीक हो जाता है, लेकिन भविष्य में माँ और बच्चे दोनों को टाइप 2 डायबिटीज का खतरा हो सकता है।
डायबिटीज के कारण
टाइप 1 डायबिटीज:
यह शरीर की मशीन की गड़बड़ी से होता है। कुछ वायरस या आनुवांशिक कारण इसके पीछे हो सकते हैं।टाइप 2 डायबिटीज:
ज्यादा वजन, गलत खाना (ज्यादा तेल-चिकनाई या मीठा खाना) और कम शारीरिक मेहनत इसके कारण होते हैं।
डायबिटीज के लक्षण
- बार-बार पेशाब आना
- बहुत ज्यादा प्यास लगना
- हर समय भूख लगना
- थकान महसूस होना
- आंखों से धुंधला दिखना
- घाव या चोट का जल्दी न भरना
डायबिटीज की जांच
फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट:
रात भर कुछ न खाने के बाद, खून में शुगर की मात्रा को मापा जाता है। अगर यह 126 mg/dL से ज्यादा हो, तो डायबिटीज हो सकता है।हेमोग्लोबिन A1c टेस्ट:
यह पिछले 2-3 महीने का औसत शुगर बताता है। अगर यह 6.5% से ज्यादा हो, तो डायबिटीज की संभावना होती है।
डायबिटीज का इलाज
जीवनशैली में बदलाव:
सेहतमंद खाना, रोज़ाना थोड़ा व्यायाम करना, और वजन कम रखना बहुत जरूरी है। इससे ब्लड शुगर ठीक रहता है।दवाइयाँ:
डॉक्टर आपकी बीमारी के हिसाब से दवाइयाँ देंगे। कभी-कभी इंसुलिन की भी जरूरत होती है।नियमित जांच:
ब्लड शुगर को समय-समय पर मापते रहना चाहिए, ताकि आपको पता रहे कि आपका शरीर कैसा कर रहा है।
डायबिटीज से बचने के उपाय
अगर डायबिटीज का सही इलाज न हो, तो यह खतरनाक हो सकता है:
दिल की बीमारी:
डायबिटीज से दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।नसों का खराब होना:
हाथ-पैरों में झनझनाहट या दर्द हो सकता है।किडनी की बीमारी:
डायबिटीज से किडनी खराब हो सकती है।आंखों की समस्या:
डायबिटीज से आंखों की रोशनी कम हो सकती है।
निष्कर्ष
डायबिटीज को संभालने के लिए सही जानकारी और ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हम आपको जानकारी देकर और डॉक्टर की सलाह देकर आपकी मदद कर सकते हैं, ताकि आपकी सेहत अच्छी बनी रहे।
अगर आपको डायबिटीज से जुड़ा कोई सवाल है, तो हमारे डॉक्टर से ऑनलाइन बात करें और घर बैठे सस्ती और अच्छी मेडिकल मदद पाएं।
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